रमेशकुमारपाण्डेय,गुमला:निजीविद्यालयोंकोपठन-पाठनमेंटक्करदेनेऔरनिजीविद्यालयकीतुलनामेंबेहतरपढ़ाईकरनेकासपनासंजोएजनजातीयबहुलगुमलाजिलामेंखोलेगएआठमॉडलविद्यालयमेंअंग्रेजीमीडियमसेपढ़ाईहोनीहै।शिक्षाविभागकीलापरवाहीकेकारणअंग्रेजीमीडियमकीपढ़ाईकेलिएकिसीभीविद्यालयमेंपदकासृजनहीनहींकियागया।पदकासृजननहींहोनेकेकारणजिनविद्यालयोंमेंमाडलविद्यालयखोलेगए,उन्हींविद्यालयोंकेशिक्षकोंकोपढ़ानेकीजिम्मेदारीभीदीगई।राष्ट्रीयशिक्षाअभियानकेतहतखोलेगएइनमॉडलविद्यालयोंमेंपढ़ाईकीऔपचारिकतातोआरंभकरदीगईलेकिनपढ़ाईकीगुणवत्तापरअधिकारियोंनेविचारहीनहींकिया।मॉडलविद्यालयखोलेजानेकीअवधारणदेखनेसुननेमेंतोबहुतबेहतरनजरआतीहै।इसविद्यालयकीअवधारणायहहैकिअंग्रेजीमाध्यमसेपठनपाठनकराकरभविष्यकाप्रतियोगीतैयारकरनाऔरप्रतियोगितापरीक्षाकेलिएआधारबनानाहै।इसविद्यालयमेंवैसेहीविद्यार्थियोंकानामांकनहोनाहैजोप्रतिभासंपन्नहो।इसविद्यालयमेंनामांकनकेलिएहरसालजैकद्वाराप्रवेशसहचयनपरीक्षाकाआयोजनकरायाजाताहै।प्रवेशपरीक्षामेंसफलप्रतिभागियोंकाप्राप्तांककेआधारपरचयनकियाजाताहै।कक्षा6-10तकइसविद्यालयमेंपढ़ाईहोतीहै।वैसेइसविद्यालयमें11पदसृजितकरनेकाप्रावधानहै।लेकिनवर्ष2012सेलेकरअबतककिसीभीविद्यालयमेंपदसृजनकीप्रक्रियाहीपूरीनहींकीगई।
कैसेहोतीहैपढ़ाई
गुमलाकेजिलास्कूल,घाघरा,रायडीह,बिशुनपुर,बसिया,पालकोटमेंमाडलविद्यालयकासंचालनहोरहाहै।इनजगहोंकेमाडलविद्यालयकाअबतकभवननहींबनाहै।सिर्फभरनोमाडलभवनबनकरतैयारहुआहै।दरअसलमेंमध्यविद्यालयऔरउच्चविद्यालयकेशिक्षकोंकोप्रतिनियोजितकरपठन-पाठनकाकामचलायाजानेकाजिलासमग्रशिक्षाअभियाननेदावाकियाहै।वैसेअभियानकेपदाधिकारियोंकाकहनाहैकिघंटीआधारितशिक्षकोंकोबहालकियागयाहै।जिनसेपठनपाठनकरायाजारहाहै।गुमलाकेजिलास्कूलमेंसंचालितमाडलविद्यालयमेंसामाजिकविज्ञानकेसंजयकुमारप्रजापतिऔरगणितकेकुमारविश्वजीतघंटीआधारितशिक्षकहैं।संजयप्रजापतिकाकहनाहैकिजैसेतैसेपठनपाठनकाकोरमपूराकरलियाजाताहै।इसीतरहभरनोमेंसामाजिकविज्ञानकेफुलेश्वरीकुमारीकार्यरतहैं।उनकीसहायताकेलिएमध्यविद्यालयकेकुछशिक्षकप्रतिनियुक्तकिएगएहैं।बिशुनपुरमेंसामाजिकविज्ञानकेसमलेश्वरकुमारप्रजापतिऔरगणितकेरुपेशप्रसाद,कामडारामेंअंग्रेजीकीसोनमसाहुऔरगणितकीसुनीताकुमारी,बसियामेंसामाजिकविज्ञानकेमनोजकुमारओहदारघंटीआधारितशिक्षकहैं।इनशिक्षकोंकोएकघंटीपढ़ानेकेलिए120रुपयेकाभुगतानकियाजाताहै।लेकिनसभीविद्यालयोंमेंअंग्रेजीमीडियमसेपठनपाठनकाकामनहींहोताहै।इससेहोनहारऔरप्रतिभावानबालकबालिकाओंकेभविष्यपरसवालियानिशानलगाहै।मेघावीबच्चोंकानामांकनहोताहैइसलिएउनकेअभिभावकपढ़ाईकेप्रतिजागरुकरहतेहैं।कोचिगकराकरअपनेबच्चोंकाभविष्यबनानेकीकोशिशकररहेहैं।
नहींहैप्रयोगशालाऔरपुस्तकालय
मॉडलविद्यालयमें9वींऔर10वींकक्षाकेछात्रोंकेलिएप्रयोगकरनाअनिवार्यहै।विज्ञानकेविषयोंमेंप्रयोगआधारितकक्षाएंतोतयकरदीगईलेकिनकिसीभीविद्यालयमेंप्रयोगशालाऔरपुस्तकालयकाइंतजामनहींकियागया।प्रयोगकेउपकरणभीनहींउपलब्धकराएगए।विज्ञानशिक्षकोंकीकमीजगजाहिरहै।ऐसीस्थितिमेंहोनेवालीपढ़ाईऔरप्रायोगिककक्षाओंकासहजहीअंदाजालगायाजासकताहै।
मॉडलविद्यालयकासंचालनहोरहाहै।पदकासृजननहींहुआहै।कस्तूरबाविद्यालयकीभांतिघंटीआधारितपठनपाठनकाकामचलायाजारहाहै।उपलब्धसंसाधनोंसेगुणवत्तापूर्णशिक्षादिलानेकीकोशिशकीजारहीहै।सरकारकीओरसेपदसृजनकीप्रक्रियाआरंभकरनेकाप्रयासचलरहाहै।
सुरेंद्रपांडेय,डीईओ,गुमला।