कानपुर,जेएनएन।ब्रिटिशइंडियाकारपोरेशन(बीआइसी)कीकरोड़ोंरुपयेकीसंपत्तियांकाफीकमकीमतमेंबेचेजानेकेमामलेकीविवेचनाकेंद्रीयजांचब्यूरो(सीबीआइ)कररहीहै।इसलिएआर्थिकअपराधअनुसंधानशाखा(ईओडब्ल्यू)अपनीजांचबंदकरेगी।ढाईवर्षपूर्वसीबीआइनेप्रारंभिकजांचकेबाददिल्लीमेंएफआइआरदर्जकीथी।
यशोदानगरकीफोरमअगेंस्टकरप्शनसंस्थाकेसचिवसुरेंद्रगुप्तानेएकजून2018कोप्रधानमंत्रीकोपत्रभेजकरबीआइसीकीसंपत्तियोंकीबिक्रीमेंघोटालेकाआरोपलगायाथा।पत्रकेमुताबिक,वर्ष2004मेंबिक्रीकेवक्तसंपत्तियोंकीकीमतकरीबदोहजारकरोड़रुपयेथी,लेकिनबीआइसीकेतत्कालीनअधिकारियोंनेबिल्डरोंसेसाठगांठकरवास्तविककीमतसेबहुतकममूल्यपरहीबिक्रीकरदीथी।इससेसरकारकोकरोड़ोंरुपयेकेराजस्वकानुकसानहुआ।पिछलेवर्षदिसंबरमेंशासनकीओरसेमामलेकीजांचईओडब्ल्यूकोसौंपीगईथी।टीमनेवस्त्रमंत्रालयसेसंपर्ककरकेबिक्रीसंबंधीतमामदस्तावेजभीजुटाए।
इसीबीचपतालगाकिमामलेमेंनवंबर2018मेंसीबीआइनेमुकदमादर्जकरलियाथा।इसमेंबीआइसीकेतत्कालीनसीएमडीकेएसदुग्गलवकंपनीसेक्रेटरीकेसीबाजपेयीनामजदहैं।अबईओडब्ल्यूनेजांचबंदकरनेकीतैयारीशुरूकीहै।ईओडब्ल्यूकेएसपीबाबूरामनेबतायाकिसीबीआइमेंमुकदमादर्जहैऔरविवेचनाचलरहीहै।लिहाजा,अबतककीजांचरिपोर्टसीबीआइकोसौंपीजाएगी।
जानिएक्याहैबीआइसी
ब्रिटिशइंडियाकॉर्पोरेशनलिमिटेड(बीआइसी)भारतसरकारकेकपड़ामंत्रालयकाएकसार्वजनिकक्षेत्रकाउपक्रम(पीएसयू)है।कंपनीनागरिकोंऔरभारतीयसशस्त्रबलोंकेउपयोगकेलिएकपड़ाबनातीहै।यहऊनीउत्पादोंकेलोकप्रियलाल-इमलीऔरधारीवालब्रांडबनातीहै।कंपनीकीस्थापना1876मेंसरअलेक्जेंडरमैकरॉबटनेएकपब्लिकलिमिटेडकंपनीकेरूपमेंकीगईथी।कंपनीकीलालइमली,कानपुरटेक्सटाइल,एल्गिनएकवदोमिलकानपुरमेंहैैं।जबकिपांचवींमिललुधियानामेंधारीवालकेनामसेहै।