धर्म की सीख संग बेहतर बना रहे राष्ट्र का भविष्य

जागरणसंवाददाता,चित्रकूट:

चित्रकूटकोलोगआध्यात्मिक,धार्मिकऔरपौराणिककेंद्रकेरूपमेंदेखतेहैंजबकियहशिक्षाकाबड़ाहबभीबनचुकाहै।यहांसेनिकलकरदेश-दुनियामेंधर्मकीसीखदेनेवालेसाधुऔरसंतोंनेराष्ट्रकेनिर्माणकीबुनियादकोमजबूतकरनेकाकामकियाहै।इसेशिक्षाकेहबकेरूपमेंबढ़ानेकोमददगारबनेहैं।चित्रकूटमेंशिक्षाकेइनकेंद्रोंपरदेशकेकोने-कोनेसेयुवाउच्चशिक्षालेनेपहुंचरहेहैं।विश्वकाइकलौतादिव्यांगविश्वविद्यालय

तुलसीपीठाधीश्वरजगद्गुरुस्वामीरामभद्राचार्यजीमहाराजनेदिव्यांगविश्वविद्यालयचित्रकूटमेंस्थापितकियाहै।वर्ष1996मेंदृष्टिहीनविद्यार्थियोंकेलिएतुलसीप्रज्ञाचक्षुविद्यालयस्थापितकरनेकेबादउच्चशिक्षाकेलिए2001मेंदिव्यांगविश्वविद्यालयबनाया।इसमेंविद्यार्थियोंकेलिएज्यादातरसुविधाएंनिश्शुल्कहैं।कुछमेंनाममात्रकाशुल्कनिर्धारितहै,जोआसानीसेवहनकियाजासकताहै।उत्तरप्रदेश,बिहार,मध्यप्रदेश,असम,महाराष्ट्र,छत्तीसगढ़,उत्तराखंडसमेतदेशभरसेदिव्यांगछात्र-छात्राएंयहांअध्ययनरतहैं।उनकोआवास,भोजन,वस्त्रकीभीसुविधानिश्शुल्कहै।दिव्यांगसेवाकेलिएजगद्गुरुकोपद्मविभूषणसम्मानभीमिलचुकाहै।

देशकापहलाग्रामीणविश्वविद्यालय

पद्मविभूषितराष्ट्रऋषिनानाजीदेशमुखनेअनुसुइयाआश्रमकेमहंतस्वामीभगवानानंदजीमहाराजकेकहनेपरवर्ष1991मेंदेशकेपहलेग्रामीणविश्वविद्यालयकीस्थापनाचित्रकूटमेंकीथी।धर्मनगरीमेंशिक्षा,स्वास्थ्य,स्वावलंबनवसदाचारकालक्ष्यनिर्धारितकियाथा।दीनदयालशोधसंस्थानकेमाध्यमसेउद्यमिताविद्यापीठ,कृषिविज्ञानकेंद्र,सुरेंद्रपालग्रामोदयविद्यालय,गुरुकुलसंकुल,शैक्षणिकअनुसंधानकेंद्र,जनशिक्षणसंस्थान,आजीवनस्वास्थ्यसंवर्धनमहाविद्यालय,गौविकासएवंअनुसंधानकेंद्र,रामनाथआश्रमशाला,कृष्णादेवीवनवासीबालिकाआवासीयविद्यालय,परमानंदआश्रमपद्धतिविद्यालयजैसेकईसंस्थानहैं।स्वास्थ्य,शिक्षाऔरगोसेवा

श्रीरणछोड़दासजीमहाराजनेचित्रकूटमेंस्वास्थ्य,शिक्षाऔरगोसेवाकेक्षेत्रमेंयहांकामकिएहैं।संस्कृतसेलेकरअंग्रेजीतककीशिक्षावर्ष1980मेंस्थापितश्रीसदगुरुसेवासंघट्रस्टकेविद्यालयोंमेंमिलरहीहै।श्रीरामसंस्कृतमहाविद्यालय,संगीतविद्यालय,विद्याधामउच्चतरमाध्यमिकविद्यालय,सद्गुरुपब्लिकस्कूल,कंप्यूटरशिक्षा,सद्गुरुनर्सिंगविद्यालय,सद्गुरुनेत्रसहायकप्रशिक्षणकेंद्रवसहकारीमहिलासमितिकेंद्रसंचालितहैं।आंकड़ोंपरएकनजर

उच्चशिक्षासंस्थान:चार

प्राथमिकवमाध्यमिक:25

कुलअध्ययनरतछात्र-छात्राएं:50,000इनकाकहनाहै

चित्रकूटमेंसाधु-संतोंकेद्वारास्थापितविश्वविद्यालयदेशस्तरपरनामरोशनकररहेहैं।छात्र-छात्राओंकोपढ़नेकामौकामिलाहै।

-जयप्रकाशशुक्ला,जनसंपर्कअधिकारी,ग्रामोदयविविचित्रकूट।