बलरामपुर:बीमारपशुओंकोकमखर्चमेंबेहतरउपचारकेलिएपशुपालकोंकोअधिकदूरीतयकरदूसरेजिलोंमेंनहींजानापड़ेगा।सबकुछठीकरहातोअप्रैलसेयहांजांचशुरूहोजाएगी।राष्ट्रीयकृषिविकासयोजना(आरकेवाई)केतहत35लाखरुपयेकीलागतसेबननेवालीइसआधुनिकलैबमेंबीमारपशुकेखून,पेशाबवगोबरकीजांचआधुनिकमशीनसेहोगी।अबतकइसजांचकीसुविधागोरखपुरवबरेलीसमेतप्रदेशकेकुछहीशहरोंमेंउपलब्धहै।लैबमेंजांचकेकुछहीमिनटबादपशुपालककोरिपोर्टमिलजाएगी।इससेबीमारीकीसहीपहचानकरचिकित्सककमदवाओंकेप्रयोगसेबीमारपशुकाउपचारकरसकें।इसकेशुरूहोनेसेगंभीरबीमारीसेमरनेवालेपशुओंकीसंख्याभीकमहोसकेगी।नईआधुनिकलैबमेंएकचिकित्सक(पैथोलॉजिस्ट),लैबटेक्नीशियनवचतुर्थश्रेणीकर्मचारीकोतैनातकियाजाएगा।
लक्षणकेसहारेहोताहैउपचार
-जिलेमेंजांचकीसुविधाउपलब्धनहोनेसेचिकित्सकलक्षणकेअनुसारपशुओंकाउपचारकरतेहैं।इसीकेअनुसारउन्हेंदवाभीदीजातीहै।विषमपरिस्थितियोंमेंचिकित्सककोमाइक्रोस्कोपसेखून,पेशाब,गोबरवलार्वाकीजांचभीकरनीपड़तीहै,लेकिनलैबशुरूहोतेहीउन्हेंइसझंझटसेछुटकारामिलजाएगा।
मिलेगीबेहतरइलाजकीसुविधा
-प्रभारीमुख्यपशुचिकित्साअधिकारीडॉ.शोभारामचौधरीकाकहनाहैकिलैबकानिर्माणकररहीसंस्थाकोदीगईअवधिमार्चमेंपूरीहोरहीहै।अप्रैलसेलैबमेंजांचकीसुविधामिलनेलगेगी।त्वरितजांचकीसुविधामिलनेसेबीमारपशुओंकासमयपरइलाजहोसकेगा।