गोंडा:किसानपहलेमिट्टीकीजांचकराएं,इसकेबादआवश्यकतानुसारहीउर्वरकोंकाप्रयोगकरें।जिससेभूमिकीउर्वराशक्तिबनीरहे।यहसलाहशनिवारकोतरबगंजकेशीशवगांवमेंमृदास्वास्थ्यकार्डवितरणकार्यक्रममेंसंयुक्तनिदेशककृषिभवनलखनऊडा.ओपीपांडेयनेदी।उन्होंनेकहाकिअंधाधुंधउर्वरकोंकेप्रयोगसेकिसानोंकोआर्थिकरूपसेनुकसानहोताहै।वहीं,दूसरीतरफफसलमेंतत्वोंकीकमीहोजातीहै।मिट्टीजांचमेंयेतयहोजाताहैकिकौनसेतत्वकीकमीहैऔरकौनसातत्वबराबरउपलब्धहै।उपनिदेशककृषिडा.मुकुलत्रिपाठीनेकहाकिगांवमें275हेक्टेयरकृषिएरियाहै।जिसमेंमिट्टीकीजांचकेलिए108ग्रिडबनाएगए।648किसानोंकेखेतोंकेमिट्टीकीजांचकराईगई।कार्यक्रममें270किसानोंकोमृदास्वास्थ्यकार्डवितरितकियागया।इसमौकेपरकिसानहनुमानप्रसादआदिमौजूदरहे।