जागरणसंवाददाता,रेवाड़ी:जिलेमेंडेंगूकाडंकलगातारगहराहोताजारहाहै।पूराजिलाडेंगूकेसाएमेंहै।जख्मनासूरबननेलगाहै।सरकारीऔरनिजीअस्पतालोंमेंअधिकांशउपचाराधीनमरीजडेंगूसेपीड़ितहैं।स्वास्थ्यविभागअबतककेवल118मरीजोंकीपुष्टिकरचुकाहै,लेकिनइससेकईगुणामरीजोंकेरक्तसैंपलजांचकेलिएप्रयोगशालामेंलंबितहैं।
सर्दीदस्तकदेचुकीहै,लेकिनडेंगूकेमच्छरोंकाप्रकोपकमहोनेकानामनहींलेरहा।प्लेटलेट्सकमहोनेकीबातसामनेआतेहीपरिजनोंकीपेशानीपर¨चताकीलकीरेंउभरआतीहैं,लेकिनस्वास्थ्यविभागरोगसेबचावकेउपायकरनेकीबजायतेजसर्दीपड़नेकीइंतजारमेंहैं।
स्वास्थ्यविभागकेआंकड़ोंपरगौरकरेंतोइससालअभीतक118बुखारपीड़ितोंकीजांचमेंडेंगूपॉजीटिवमिलाहै,जबकिनागरिकअस्पतालमेंलगभग250सैंपलडेंगूकीजांचकेलिएप्रयोगशालामेंलंबितहैं।दिवालीअवकाशकेसाथहीएलाइजाकिटसमाप्तहोनेकेकारणमरीजोंकेरक्तकेसैंपलएकत्रितहोरहेथे।सोमवारकोकिटआनेसेजांचप्रक्रियाआरंभहोपाई।इसकीरिपोर्टआनाअभीशेषहै।हालांकिमच्छरोंसेनिजातदिलानेकेलिएप्रशासनवस्वास्थ्यविभागकोफो¨गगजैसाकदमउठानाचाहिएथा,लेकिनफो¨गगअभीतकनहींकराईगईहै।चिकित्सकोंकेमुताबिकडेंगूकाअलगसेउपचारनहींहै।आरामकरओऔरतरलपदार्थकासेवनकरनेसेहीबचावसंभवहै।रुक-रुककरहोनेवालेबुखारकेसाथप्लेटलेट्समेंएकदमगिरावटआनेसेमरीजज्यादापरेशानहैं।चिकित्सकजहांमरीजोंकोप्लेटलेट्सकोस्थिररखनेकेलिएग्लूकोजचढ़ाकरउपचारकररहेहैंवहींमरीजोंकेपरिजनचिकित्सीयउपचारकेसाथघरेलूनुस्खेभीआजमारहेहैं।
----------निजीअस्पतालनहींकरसकतेपुष्टि:
निजीअस्पतालयाप्रयोगशालाओंमेंडेंगू,मलेरियायाचिकनगुनियाकीजांचकार्डविधिसेहोतीहै।चिकित्सकोंकेअनुसारइसजांचमेंअधिकांशमरीजोंमेंडेंगू,मलेरिया,चिकनगुनियाकीसंभावनाज्यादारहतीहै।स्वास्थ्यविभागकेवलएलाइजाविधिसेहोनेवालीजांचरिपोर्टकोअधिकारिकमानताहै।एलाइजाजांचविधिकेवलसरकारीअस्पतालमेंउपलब्धहैजिसकीरिपोर्टएकदोदिनमेंआतीहै।निजीअस्पतालमेंआनेवालेमरीजकोकार्डविधिसेजांचरिपोर्टकेआधारपरउपचारशुरूकरदेतेहैं।निजीअस्पतालयाप्रयोगशालासंचालकडेंगूयामलेरियाकीपुष्टिनहींकरसकतेइसलिएस्वास्थ्यविभागअपनाआंकड़ाकमबतारहाहै।
डेंगू-मलेरियाकोलेकरविभागएहतियातबरतरहाहै।ट्रॉमासेंटरऔरनागरिकअस्पतालकेसाथसभीस्वास्थ्यकेंद्रोंमेंउपचारकीव्यवस्थाहै।अभीतक118डेंगूकेमामलेसामनेआएहैं।निजीअस्पतालोंसेभीउनकेयहांउपचारकेलिएआनेवालेमरीजोंकीरिपोर्टमंगाईगईहै।अबसर्दीबढ़नेकेसाथमच्छरोंकाप्रकोपभीसमाप्तहोजाएगाजिससेडेंगूकीसंभावनाकमहोजाएगी।
-डॉ.कृष्णकुमार,सिविलसर्जन।