जहानाबाद/अरवल/कलेर,जागरणटीम।एकओरसरकारपर्यटनकेक्षेत्रमेंविकासकेलिएकृतसंकल्पितहै।कईयोजनाएंसंचालितकीजारहीहैं।वहींअरवलजिलेकेकलेरप्रखंडअवस्थितमहेंदियाथानेकेमधुश्रवांच्यवनऋषिकाजन्मस्थलीउपेक्षाकाशिकारहोतेजारहीहै।इसस्थानपरभगवानरामकेभीचरणपड़चुकेहैं।भगवानरामभीगयापिंडदानकरनेजातेसमयमधुश्रवांमंदिरमेंपूजा-पाठकरचुकेहैं।
पर्यटनकीअपारसंभावनाओंकेबादभीनहींहोरहाविकास
जनऋषिवपुराणोंमेंभीइसस्थलकामहत्वदर्शायागयाहै।फिरभीआजतकपर्यटनकेमानचित्रपरनहींआसका।पर्यटनकेक्षेत्रमेंविकासकीयहांअपारसंभावनाएंहैं।लेकिनइसक्षेत्रमेंविकासकेलिएअपेक्षितपहलनहींकीगईहै।रोजगारकीतलाशमेंबड़ीसंख्यामेंयहांकीयुवापीढ़ीदूसरेप्रदेशमेंपलायनकरतीहै।एनएच139परमहेन्दियासेदोकिलोमीटरपश्चिमकीओरअवस्थितऐतिहासिकवधार्मिकमहत्वसेपरिपूर्णच्यवनऋषिकीजन्मस्थलीमधुश्रवाकोपर्यटकस्थलसरकारद्वाराघोषितनहीकियागया।इसकेलिएकेंद्रवराज्यसरकारकेमंत्रीनेभीघोषणाकीथी।पर्यटकस्थलघोषितनहीहोनेसेआमलोगोंमेंनिराशाव्याप्तहै।
च्यवनऋषिसेजुड़ाहैइतिहास
मधुश्रवांनामसेप्रचलितमहर्षिच्वयनऋषिकीजन्मस्थलीऐतिहासिकवधार्मिकआस्थाकाकेन्द्रमानाजाताहै।जनऋषिवपुराणोंमेंइसस्थलकामहत्वदर्शायागयाहै।प्राकृतिकसुंदरताकेतरानेछेड़तेझरनेएवंदूर-दूरतकफैलेपेड़ोंपरचिड़ियोंकीचहचहाहटसुनसैलानियोंकेपांवयहांबरबसठहरजातेहैं,लेकिनस्थलकीहालतबदतरहोरहीहै।पीनेकापानीवशौचालयतककीठीकव्यवस्थानहींहै।इसस्थलपरअवस्थितबाबामधेश्वरनाथकीपूजाभगवानरामद्वारागयापिण्डदानकरनेकेक्रममेंकीगयीथी।ऐसेबिहारमेंदोस्थानोंपरलगनेवालेमलमासमेलामेंएकयहांभीलगताहै।जिसमेंबिहारकेकोने-कोनेसेलोगआकरभगवानमधेश्वरनाथकाजलाभिषेककरपूजा-अर्चनाकरअपनीमंगलकामनाकीइच्छाव्यक्तकरतेहैं।हालांकिइसपवित्रस्थलपरसरकारकीओरसेइक्का-दुक्काभवनकानिर्माणकरायागयाहैजोअपर्याप्तहै।ऐतिहासिकवधार्मिकमहत्वकेअनुकूलजितनाइसस्थलकाविकासहोनाचाहिएथा,नहींहोपायाहै।