जागरणसंवाददाता,सुपौल:सदरप्रखंडकेप्राथमिकविद्यालयसिमराकेप्रधानाध्यापकरत्नेश्वरझाकीसेवानिवृत्तिपरशुक्रवारकोविद्यालयपरिवारद्वारासम्मानसहविदाईसमारोहकाआयोजनकियागया।मौकेपरसेवानिवृत्तप्रधानकोचादरवपागपहनाकरसम्मानितकियागया।समारोहकोसंबोधितकरतेहुएवक्ताओंनेकहाकियूंतोसरकारीनौकरीमेंएकतयसमयसीमाकेअंदरसेवानिवृत्तहोनासुनिश्चितहै।परंतुकिसीसरकारीकर्मीद्वाराकिएगएकृतकभीसेवानिवृत्तनहींहोते।इन्हींमेंसेएकहैंरत्नेश्वरबाबू,जिन्होंनेअपनेकार्यकालकेदौरानशिक्षाकोएकनईऊंचाईदीहै।बच्चोंकेप्रतिउनकालगावसमयपालनतथाअनुशासनकेसाथ-साथशिक्षणव्यवस्थामेंइनकेद्वाराकिएगएसुधारकोभुलायानहींजासकता।इनकायहआचरणअन्यशिक्षकोंकेलिएनसिर्फअनुकरणीयहैबल्किबिगड़तेशिक्षाव्यवस्थाकीहालतकोसुधारनेकेलिएजरूरीभीहै।विद्यालयकेबेहतरीकेलिएछुट्टीकेदिनभीइनकाविद्यालयमेंउपस्थितरहनातथासभीकोसाथलेकरचलनेकीइनमेंअद्भुतप्रतिभाथी।इसीकापरिणामहैकिइनकेसेवानिवृत्तिपरआजबच्चेवअभिभावकमायूसहैं।वक्ताओंनेइनकीदीर्घायुकीकामनाकरतेहुएजीवनकीदूसरीपारीमेंभीबेहतरकरनेकीशुभकामनादेतेहुएबेहतरसमाजकेनिर्माणकोलेकरसक्रियताबनाएरखनेकीबातकही।सेवानिवृत्तप्रधाननेअपनेसंबोधनमेंकहाकिविद्यालयएकपरिवारकीतरहहोताहै,जिसमेंशिक्षक,अभिभावकऔरछात्रोंकेबीचसमन्वयस्थापितकरबेहतरभविष्यकानिर्माणकियाजाताहै।इसमौकेपरआनंदकिशोरसिंह,आलोककुमारसिंहखुशीलालसमेतपंचायतप्रतिनिधि,अभिभावकग्रामीणवबच्चेबड़ीसंख्यामेंउपस्थितथे।