शिक्षा व्यवस्था तो सुधार दो डीएम साहब

जागरणसंवाददाता,बागेश्वर:राजकीयइंटरकॉलेजकाफलीगैरमेंशिक्षकोंवभवनकीसमस्यासेशिक्षणकार्यप्रभावितहोरहाहै।स्थानीयलोगोंनेव्यवस्थासुधारनेकोकलेक्ट्रेटपरिसरमेंप्रदर्शनकिया।भूपालरौतेलावअन्यक्षेत्रीयप्रतिनिधियोंनेडीएमसेबच्चोंकेहितमेंशिक्षाव्यवस्थासुधारनेकीमांगकी।

विद्यालयप्रबंधनसमितिकाकहनाहैकिमहत्वपूर्णविषयोंकेशिक्षकनहोनेसेशैक्षिकस्तरलगातारगिररहाहै।अध्यक्षहरीशसिंहकाकहनाहैकिविद्यालयकीस्थापनासन1972मेंहुईतथा1989मेंइंटरकीमान्यताप्राप्तहुई।लेकिनअभीतकविद्यालयमेंजूनियरस्तरकाहीभवनबनाहुआहै।जिसमेंइंटरमीडिएटतककेछात्रबैठनेकोमजबूरहैं।विद्यालयकीछात्रसंख्याकरीब500है।जिसमेंलगभग300छात्रअनुसूचितजातिकेहैं।गरीबवर्गकेइनछात्रोंकीपढ़ाईकादूसराअन्यविकल्पनहोनेकेचलतेवेसभीअभावझेलतेहुएशिक्षाव्यवस्थाकोमजबूरहैं।छौनाकेग्रामप्रधानमोहनसिंहकाकहनाहैकिविद्यालयमेंअंग्रेजी,विज्ञान,कला,गणित,भौतिकी,जीवविज्ञान,राजनीतिविज्ञान,संस्कृतकेशिक्षकपदरिक्तहैं।जिससेबड़ेस्तरपरछात्रोंकोनुकसानहोरहाहै।विद्यालयमेंपंजीकृतछात्रकुंजीआदिकेसहारेशिक्षालेनेकोविवशहैं।

सिर्फप्रमाण-पत्रोंकेलिएचक्करलगारहेंविद्यार्थी

ओखलीसिरौदकीग्रामप्रधानहेमादेवीकाकहनाहैकिविद्यालयकीचहारदीवारीभीअपूर्णबनीहै,जिसमेंलगभग200मीटरचहारदीवारीऔरबननाबाकीहै।यहांछात्रोंकेबैठनेकेलिएनतोफर्नीचरहै,नप्रार्थनास्थलहैऔरनहीखेलकामैदानहै।सिर्फप्रमाणपत्रकेलिएछात्रविद्यालयकेचक्करलगारहेहैं।