जागरणसंवाददाता,सरायकेला:जिलेकेआदर्शविद्यालयोंमेंसेएककुचाईप्रखंडकेअरुवांपंचायतकेफाइवस्टारउत्क्रमितउच्चविद्यालयकोक्वारंटाइनसेंटरबनाएजानेकेबादशिक्षकोंद्वारावैकल्पिकतरीकेसेछात्रोंतकशिक्षापहुंचाईजारहीहैं।वर्तमानमेंरेडएवंऑरेंजजोनसेआएमजदूरोंकोअरुवांउत्क्रमितउच्चविद्यालयमेंठहरायागयाहै।जिसकेकारणविद्यालयमेंप्रवेशकीअनुमतिकिसीकोनहींहै।इसविद्यालयमेंछात्रसंख्याभीबहुतअधिकहैजोलगभग30-35विभिन्नगांवसेआतेहैं।बच्चोंकीपढ़ाईबाधितनहोइसकेलिएवैकल्पिकव्यवस्थाकेतहतशिक्षकबच्चोंकोविभिन्नमाध्यमसेशिक्षादेरहेहैं।यहांकेमुखियाएवंस्थानीयजनप्रतिनिधियोंकेसहयोगसेबच्चोंकोग्रामपंचायतभवन,गांवकेचौपालआदिसार्वजनिकस्थानोंपरसामाजिकदूरीकाअनुपालनकरतेहुएमास्ककाउपयोगकरबच्चोंकोशिक्षादीजारहीहै।यहांतरुणकुमारसिंह,किशुनमुर्मू,दीनबंधुसिंहपात्र,मनोजबोयपाईआदिद्वाराअंग्रेजी,हिदी,सामाजिकविज्ञानजैसेविषयोंकीजानकारीदीजारहीहै।