13 4 सरफ स अध न यम paper publication niyam
विकास का शव जब गांव पहुंचा तो हर व्यक्ति गमगीन हो गया। रामनरेश का घर गांव में एक पतली सी गली में है। इसलिए शव को बाहर एक चबूतरे पर रखा गया था। वहां पर परिवार वालों के अलावा तमाम रिश्तेदार व गांव के लोग भी मौजूद थे। देर शाम कांट, कोतवाली तथा मदनापुर थानों की फोर्स की मौजूदगी में शव को गांव के किनारे एक खेत मे दफन कर दिया गया। हादसे को लेकर गांव में गम का माहौल रहा। कई घरों में चूल्हे नहीं जले।