employer branding vs recruitment marketing
पीड़ित पक्ष के बाबू खान ने बताया कि कुछ दिनों से गांव के कुछ असामाजिक तत्व के युवकों ने परेशान कर रखा है। आरोप है कि सात अक्टूबर को बबलू की शादी में आरोपितों ने घुड़चढ़ी नहीं होने दी। नौ नवंबर को सत्तार की लड़की में आए बरातियों के साथ मारपीट की गई। दस नवंबर को वाहिद की शादी में घुड़चढ़ी नहीं होने दी गई। हर शादी में पुलिस की मदद लेनी पड़ी। प्रधान के नेतृत्व में पंचायत भी हुई। उसके बाद भी आरोपित पक्ष के लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जारचा कोतवाली प्रभारी श्याम सुंदर ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है। यदि समाधान नहीं होता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।